एक आदमी एक बर्फ फैक्टरी में काम करता हैं।
एक दिन काम का समय समाप्त होने के वक़्त सभी कर्मचारी घर जाने के लिये तयार होते उसी समय कंपनी में कुछ मशीन में कुछ बिघड जाता है। इसीलिये वह व्यक्ति वह मशीन मरम्मत करने लगा।उसको काम पूरा करने लिये बहुत देर हो गयी।
तब तक पूरी फैक्टरी बंद गयी। बिजली बंद करके सभी दरवाजे बंद किये गये।ऐसी स्तिथि में उसका बर्फ की ढंड से जान जाना निश्चित था।उसको कुछ समज नहीं आ रहा था।
लेकिन एक घंटे के अंदर एक चमत्कार हो गया। किसी दरवाजा खोला उसे ने देखा तो सामने कंपनी का सुरक्षा कर्मचारी हात में टॉर्च लेकर खड़ा था।
उसने उस कर्मचारी को बाहर निकल कर उसकी जान बचाई। कंपनी के बाहर आने उसने सुरक्षा कर्मचारी को पुछा "आप को कैसे पता चला की में अंदर फस गया हूँ ?"
सुरक्षा कर्मचारी बोला "इस कंपनी जितने भी लोग काम करते हैं उन में से आप अकेले हो जो रोज़ाना अंदर आते वक्त "नमस्कार" और जाते वक्त "राम -राम " कहते हो।
आज सुबह आप काम पर आये लेकिन घर वापस नहीं लोटे।इसीलिये मुझे संदेह हो गया और में देखने के लिये आ गया।
किसी को छोटा सम्मान देनेसे हमारा कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा।
एक दिन काम का समय समाप्त होने के वक़्त सभी कर्मचारी घर जाने के लिये तयार होते उसी समय कंपनी में कुछ मशीन में कुछ बिघड जाता है। इसीलिये वह व्यक्ति वह मशीन मरम्मत करने लगा।उसको काम पूरा करने लिये बहुत देर हो गयी।
तब तक पूरी फैक्टरी बंद गयी। बिजली बंद करके सभी दरवाजे बंद किये गये।ऐसी स्तिथि में उसका बर्फ की ढंड से जान जाना निश्चित था।उसको कुछ समज नहीं आ रहा था।
लेकिन एक घंटे के अंदर एक चमत्कार हो गया। किसी दरवाजा खोला उसे ने देखा तो सामने कंपनी का सुरक्षा कर्मचारी हात में टॉर्च लेकर खड़ा था।
उसने उस कर्मचारी को बाहर निकल कर उसकी जान बचाई। कंपनी के बाहर आने उसने सुरक्षा कर्मचारी को पुछा "आप को कैसे पता चला की में अंदर फस गया हूँ ?"
सुरक्षा कर्मचारी बोला "इस कंपनी जितने भी लोग काम करते हैं उन में से आप अकेले हो जो रोज़ाना अंदर आते वक्त "नमस्कार" और जाते वक्त "राम -राम " कहते हो।
आज सुबह आप काम पर आये लेकिन घर वापस नहीं लोटे।इसीलिये मुझे संदेह हो गया और में देखने के लिये आ गया।
किसी को छोटा सम्मान देनेसे हमारा कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा।
